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समाधान तो होता ही है, बस आप अपने हौसले बुलंद रखें और जीत आपकी ही होगी। हौसला जीतता है, हथियार नहीं। संतोश आनंद नाम के लेखक जिन्होंने फिल्मी दुनिया में अनेको गीत लिखे हैं, ये उन्हीं के शब्द हैं कि हौसला जीतता है हथियार नहीं। मैं इस महान व्यक्ति से बहुत प्रभावित हूँ और ऐसे…
समाधान तो होता ही है, बस आप अपने हौसले बुलंद रखें और जीत आपकी ही होगी। हौसला जीतता है, हथियार नहीं। संतोश आनंद नाम के लेखक जिन्होंने फिल्मी दुनिया में अनेको गीत लिखे हैं, ये उन्हीं के शब्द हैं कि हौसला जीतता है हथियार नहीं। मैं इस महान व्यक्ति से बहुत प्रभावित हूँ और ऐसे समस्त कर्मठ, योग्य, मेहनती तपस्वी और स्वाभिवनी लोगों का सम्मान करता हूँ। इस पुस्तक में ऐसे अनेकों फामूर्ला और सिद्धांतो को बताया गया है जिसके बारे में जानकर आप धर्म, राजनीति और समाज के गहरे ज्ञान को अर्जित कर पायेंगे। उन फामूर्लों को अपने जीवन में इस्तेमाल करके अनेकों तरह की सफलायें प्राप्त करके अमीर बन पायेंगे। से पुस्तक आपको और पूरे समाज को समर्पित है। आप इस पुस्तक का अध्ययन कम से कम एक बार अवश्य करें और अपनी फैमिली मेंबर्स को भी एक बार अध्ययन करने के लिये कहें। जीवन में हर कदम पर कोई न कोई रुकावट हमारा मार्ग रोकती है, चाहे वो हमारे भीतर के विचार हों या बाहर की कोई व्यक्ति एवं स्थान हो। उन सभी को पार करते हुये हमें अपनी मंजिल तक पहुंचना होता है। इस पुस्तक के हर अध्याय में आपको एक या एक से ज्यादा ऐसे नियम प्राप्त होंगे, जिस नियम से आपकी किसी न किसी समस्या का समाधान अवश्य होगा। मंजिल तक पहुंचने के लिये जीवन को नियमरुपी ट्रेन पर चलाना पड़ता है। जब तक नियमरुपी ट्रेन पर हम अपनी जीवनरुपी गाड़ी को नहीं बैठायेंगे तक तक अपनी मंजिल तक नहीं पहुंच पायेंगे। जब हम नियमों पर स्वयं को चला देते हैं तब समस्याओं का समाधान तो होता ही है। इसी बात को लेकर यह पुस्तक लिखी गई है कि समाधान तो होता ही है। तो आप इस पुस्तक को पढ़िये और समाधान प्राप्त करिये।
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